रिसौली (बदायूं), पत्रकार आकाशदीप सिंह —
बदायूं में पत्रकारों को उनके कार्यों के लिए सम्मानित करने हेतु एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो आईरा पत्रकार संगठन के तत्वावधान में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य पत्रकारों को संगठित करना, उन्हें सम्मान देना और उनकी सुरक्षा के लिए एक मज़बूत प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराना था।
यह सम्मान समारोह बदायूं स्काउट एवं गाइड भवन में आयोजित किया गया, जिसमें जनपद के विभिन्न तहसीलों से आए हुए पत्रकारों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत: दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती का आशीर्वाद
कार्यक्रम का शुभारंभ आईरा के राष्ट्रीय महासचिव श्री वेदभानु आर्य और संगठन के संरक्षक श्री रवि प्रताप सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हुआ।
निष्पक्ष पत्रकारिता की ज़रूरत पर जोर
राष्ट्रीय महासचिव वेदभानु आर्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि,
“पत्रकारिता एक जिम्मेदारी है, इसे निष्पक्ष और निडर तरीके से किया जाना चाहिए। अगर किसी पत्रकार को उसके कार्य में कोई परेशानी होती है, तो हमारा संगठन उसके साथ खड़ा रहेगा।”
इसी क्रम में प्रदेश महासचिव अवरार अहमद ने संगठन की एकता पर बल देते हुए कहा,
“संगठन में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं। संगठन की शक्ति, एकजुटता में ही है।”
पत्रकारों को मिला सम्मान और पहचान
इस आयोजन में जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर के सभी पत्रकारों को मुख्यातिथियों द्वारा माल्यार्पण कर आईरा का पहचान पत्र (आई कार्ड) देकर सम्मानित किया गया।
बिल्सी इकाई को भी विशेष तौर पर सम्मानित किया गया जिसमें संरक्षक रवि प्रताप सिंह, राजीव पाल और प्रदेश महासचिव अवरार अहमद शामिल रहे।
जिला अध्यक्ष ने जताया आभार
जिला अध्यक्ष वेदपाल सिंह कठेरिया ने सभी पत्रकारों और आयोजन में सहयोग करने वालों का आभार व्यक्त करते हुए कहा,
“जनपद की टीम ने मिलकर यह कार्यक्रम सफल बनाया है, हम सभी का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखने में सहयोग किया।”
मौजूद रहे ये प्रमुख पत्रकार
इस अवसर पर जनपद के प्रमुख पत्रकारगण जैसे
नरेंद्र सिंह, धीरेश सिंह, आकाशदीप सिंह, अखिलेश सिंह सोलंकी, भानुप्रताप सिंह चौहान, विवेक चौहान, रोहित मिश्रा समेत कई वरिष्ठ एवं युवा पत्रकार मौजूद रहे।
समाजसेवियों को भी मिला सम्मान
आईरा संगठन ने पत्रकारों के साथ-साथ समाज में उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रतीक चिन्ह देकर भी सम्मानित किया।
अध्यक्षता और संचालन
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व कैप्टन रामसिंह ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी राजन यादव ने निभाई।